मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) में पैसा लगाने के नुकसान, धोखाधड़ी के खतरे और समय की बर्बादी पर आधारित स्पष्ट और अनुभवजन्य हिंदी ब्लॉग। यह लेख आपको बताएगा क्यों MLM में निवेश करना समझदारी नहीं है और आपको किन बातों से सतर्क रहना चाहिए।
मल्टी-लेवल मार्केटिंग (MLM) में निवेश न करने की 5 ठोस वजहें
मल्टी-लेवल मार्केटिंग, यानी एमएलएम—यह शब्द आपने भी कई बार सुना होगा। सच कहें तो, बहुत सारे लोग MLM कंपनियों के चक्कर में पैसा और समय दोनों गंवा चुके हैं। सुनने में यह मॉडल एक शानदार कमाई का मौका लगता है, मगर हकीकत इस ‘सपने’ से बिल्कुल अलग है। आइए, साफ-साफ और अपनी भाषा में जानते हैं क्यों MLM में निवेश एक घाटे का सौदा है।
1. असली कमाई कम, झूठे सपने ज्यादा
MLM कंपनियों में शुरुआत में बड़े सपने दिखाए जाते हैं—“बस थोड़े पैसे लगाओ, नेटवर्क बनाओ और बैठ कर पैसा कमाओ।” लेकिन असलियत में सिर्फ नेटवर्क बढ़ाने और नए लोगों को जोड़ने पर ही सारा जोर होता है। प्रोडक्ट या सर्विस की बिक्री अक्सर नाम के लिए होती है और ज्यादा फोकस ‘लोग जोड़ो पैसा कमाओ’ पर रहता है। लगातार नए मेंबर लाना इतना आसान नहीं, और आखिरकार न किस्मत साथ देती है और न ही जेब भारी होती है।
2. लाइन में सबसे ऊपर ही मजे में है
MLM में असली पैसा सिर्फ उन लोगों को मिलता है, जो शुरुआत में कंपनी से जुड़े थे या नेटवर्क के टॉप वाले हैं। बाकी लोग, यानी जितने नीचे के लेवल पर हैं, वे सिर्फ भाग-दौड़ और प्रेशर में रहते हैं। आंकड़ों के मुताबिक, 90-99% लोग ऐसी कंपनियों में नुकसान ही देखते हैं। मोटी आय कुछ ही लोगों की जेब में जाती है—बाकी सबके लिए यह सिस्टम एक ‘पिरामिड’ की तरह है, जिसमें ऊपर वाले लाभ में और नीचे वाले घाटे में रहते हैं।
3. वक्त और रिश्तों की बर्बादी
MLM में सफल होने के लिए सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि हर दिन का अच्छा-खासा वक्त भी देना पड़ता है। नए मेंबर जुटाओ, रिश्तेदारों-यारों को समझाओ, सेमिनार अटेंड करो—यह सिलसिला थमता नहीं। खासकर जब दोस्तों और परिवार पर बार-बार कंपनी के प्रोडक्ट या ‘मौका’ बेचने का दबाव बनाओ, तो रिश्तों में भी दरार आना तय है।
4. धोखाधड़ी और कानूनी खतरे
भारत में तो MLM ‘कानूनी’ है, लेकिन ज्यादातर कंपनियां अपनी असली ‘चल’ छुपाती हैं। कानून के अनुसार, जिस कंपनी का फोकस सिर्फ मेंबर जोड़ने और पैसा जुटाने पर है (ना कि असली प्रोडक्ट या सर्विस बेचने पर), वो पोंजी या पिरामिड स्कीम कहलाती है—जो सीधा-सीधा अवैध है। ऐसे धोखे में ज़रा सी चूक में पूरी गाढ़ी कमाई डूब सकती है।
5. प्रोडक्ट महंगे, मार्केट में कोई मांग नहीं
बहुत सी MLM कंपनियां ऐसे प्रोडक्ट बेचती हैं, जिनकी असली कीमत बहुत कम होती है, लेकिन पैकेजिंग, कमीशन और नेटवर्क के नाम पर उन्हें महंगे दाम पर बेचा जाता है। आम ग्राहक इतने महंगे प्रोडक्ट खरीदना ही नहीं चाहता, तो बेचने वाले बेच ही नहीं पाते। ज़्यादातर प्रोडक्ट्स सिर्फ सदस्य को जबरन खरीदने के लिए पेश किए जाते हैं।
क्या सभी MLM कंपनियां धोखेबाज होती हैं?
ज़रूरी नहीं कि हर MLM कंपनी धोखाधड़ी करती हो, लेकिन भारत में जो अवैध कंपनियां हैं, वे फैल रही हैं। पहचानना आसान नहीं, मगर मोटे-मोटे संकेत यह हैं:
कंपनी केवल लोगो को जोड़ने पर कमाई दे रही है, प्रोडक्ट/सर्विस की बिक्री फीकी है।
भारी रिटर्न और जल्दी अमीर बनने का लालच दिया जा रहा है।
ज्यादा पैसा कमाने का सीधा रास्ता—बस नए लोगों की भर्ती!
ऐसी कंपनियों से हमेशा दूरी बनाना ही समझदारी है।
सावधानी, सतर्कता और सही सोच
यदि कोई दोस्त, रिश्तेदार या जान-पहचान वाला MLM का प्रस्ताव रखते मिल जाए, तो इन बातों को हमेशा याद रखें—
जल्दी अमीर बनने का लालच: कोई भी काम रातों-रात पैसा नहीं देता।
ऐसी स्कीम की सच्चाई गूगल, यूट्यूब, न्यूज पोर्टल और सरकारी वेबसाइट पर चेक करें।
कांग्रेस शेयर, मार्केटिंग फी, ‘पैकेज’ आदि के नाम पर एडवांस पैसा मांगने वालों से साफ बचें।
ठगी या धोखा लगने पर फौरन साइबर पुलिस या स्थानीय थाने में शिकायत करें।
निष्कर्ष
मल्टी-लेवल मार्केटिंग कंपनियां बाहर से चाहे जितनी आकर्षक लगें, उनके ‘झांसे’ में आकर अपना पैसा और समय दोनों बर्बाद न करें। ज्यादातर MLM सिस्टम में असली फायदा कंपनी और कुछ गिने-चुने लोगों को ही होता है, अधिकांश लोग खाली हाथ या नुकसान में ही निकलते हैं। मेहनत और समय किसी ठोस स्किल या असली बिज़नेस में लगाएं—यही ज़िंदगी का सबसे बढ़िया सौदा है।
यह लेख आपकी जागरूकता के लिए है। कोई भी आर्थिक फैसला सोच-समझकर और पूरी जांच पड़ताल के बाद ही लें

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