यह ब्लॉग पोस्ट आपको बताती है कि कैसे बहुत से लोग फर्जी नौकरियों के झांसे में आकर धोखाधड़ी का शिकार हो रहे हैं। इसमें बताए गए संकेतों और उपायों की मदद से आप ऐसे रोजगार घोटालों से सुरक्षित रह सकते हैं।
आजकल जैसे-जैसे बेरोजगारी बढ़ रही है, वैसे-वैसे फर्जी नौकरी देने वाले लोगों और कंपनियों की संख्या भी तेजी से बढ़ रही है। बहुत सारे युवा जो ईमानदारी से एक अच्छी नौकरी की तलाश में हैं, वो ऐसे जालसाजों के झांसे में आकर अपना समय, पैसा और आत्मविश्वास तीनों गंवा बैठते हैं। अगर आप भी नौकरी की तलाश में हैं, तो यह लेख खास आपके लिए है।
आज के डिजिटल दौर में सोशल मीडिया, जॉब पोर्टल्स, और व्हाट्सएप ग्रुप्स के जरिए तरह-तरह के रोजगार के विज्ञापन सामने आते रहते हैं। इनमें से कुछ असली होते हैं, लेकिन कई बार ये सिर्फ लोगों को फंसाने का तरीका बन जाते हैं। आपको बड़े-बड़े वादे दिखाकर, कम समय में ज्यादा कमाई के सपने दिखाकर फंसाया जाता है। उदाहरण के लिए, कई लोगों को “वर्क फ्रॉम होम”, “डाटा एंट्री” या “सरकारी नौकरी की तैयारी” जैसे नामों से कॉल्स आती हैं, जिसमें रजिस्ट्रेशन फीस, डॉक्युमेंट वेरिफिकेशन चार्ज या सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं।
ऐसे मामलों में सबसे बड़ी गलती होती है – बिना जांच-पड़ताल के भरोसा करना। याद रखिए, कोई भी भरोसेमंद कंपनी कभी भी नौकरी देने के नाम पर आपसे पैसे नहीं मांगेगी। अगर कोई कंपनी या व्यक्ति आपसे इंटरव्यू से पहले ही कोई फीस मांगे, तो समझ लीजिए कि मामला गड़बड़ है।
कुछ लोगों को तो नकली जॉइनिंग लेटर तक दे दिए जाते हैं और फिर बाद में कहा जाता है कि “सिस्टम अपडेट” या “HR प्रोसेसिंग” के नाम पर और पैसे जमा करने होंगे। जब तक व्यक्ति समझ पाता है, तब तक जालसाज गायब हो चुके होते हैं। सबसे बड़ी विडंबना यह है कि बहुत सारे लोग शर्म के मारे किसी को बताते भी नहीं, जिससे ये ठग आराम से और लोगों को फंसाते रहते हैं।
तो ऐसे में सवाल उठता है कि हम खुद को इन रोजगार घोटालों से कैसे बचाएं?
सबसे पहले तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
सावधानी से विज्ञापन पढ़ें – अगर कोई नौकरी का विज्ञापन बहुत अच्छा लग रहा है या उसमें कम योग्यता में बहुत ज्यादा सैलरी का वादा किया गया है, तो दो बार सोचें।
जांच करें – कंपनी का नाम गूगल पर सर्च करें, उसका वेबसाइट चेक करें, रिव्यू पढ़ें और सोशल मीडिया अकाउंट्स देखें।
कॉल और ईमेल का सत्यापन करें – कोई भी अनजान नंबर या ईमेल आईडी से आया नौकरी का प्रस्ताव संदेहास्पद हो सकता है।
कभी भी पैसे न दें – अगर नौकरी पाने के लिए कोई आपसे प्रोसेसिंग फीस, सिक्योरिटी डिपॉजिट या रजिस्ट्रेशन चार्ज मांगे, तो वह लगभग तय है कि वो फर्जी है।
ऑफिशियल इंटरव्यू प्रक्रिया पर ध्यान दें – असली कंपनियाँ आमतौर पर इंटरव्यू, ग्रुप डिस्कशन, और स्किल टेस्ट के बाद ही नौकरी ऑफर करती हैं।
इसके अलावा, सरकार भी समय-समय पर रोजगार घोटालों को लेकर चेतावनी जारी करती है। बहुत सी असली सरकारी नौकरियाँ केवल सरकारी पोर्टल्स जैसे https://www.ncs.gov.in या संबंधित विभाग की वेबसाइट पर ही आती हैं।
अगर आप फंस जाएं तो क्या करें?
अगर आप किसी घोटाले के शिकार हो जाते हैं, तो सबसे पहले उस नंबर, ईमेल या बैंक अकाउंट की जानकारी पुलिस को दें। साइबर क्राइम पोर्टल (https://cybercrime.gov.in) पर भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं। जितनी जल्दी आप कार्रवाई करेंगे, उतना ही दूसरों को भी बचाया जा सकता है।
अंत में यही कहना चाहूंगा कि नौकरी की तलाश में धैर्य रखें, लेकिन आंख मूंदकर भरोसा न करें। सही नौकरी मिलने में समय लगता है, लेकिन अगर आप सतर्क रहेंगे, तो किसी के झांसे में नहीं आएंगे। आज के समय में जानकारी ही सबसे बड़ा हथियार है, और इस जानकारी से ही आप अपने भविष्य को सुरक्षित बना सकते हैं।

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