जानिए कैसे नाइट क्लब सीन में फिटनेस बिज़नेस बन गया है हॉट ऑपरच्युनिटी! युवाओं के बदलते ट्रेंड, कम्पटीशन से अलग ब्रांडिंग और जबरदस्त प्रॉफ़िट मार्जिन का राज़। शुरू करने के टिप्स भी पढ़ें!
हम सब जानते हैं नाइट क्लब का मतलब क्या होता था - ज़ोरदार म्यूज़िक, डांस फ्लोर पर थिरकते लोग, ड्रिंक्स और देर रात तक चलने वाली पार्टी। लेकिन आजकल एक नया ट्रेंड चल निकला है, जो इस पूरी सेटिंग को ही बदल रहा है। जी हां, अब नाइट क्लब के माहौल में फिटनेस बिज़नेस तेजी से पैर पसार रहा है और ये सिर्फ ट्रेंड नहीं, बल्कि एक जबरदस्त प्रॉफ़िटेबल बिज़नेस ऑपरच्युनिटी बनकर उभरा है। सुनने में थोड़ा अजीब लग सकता है, पर सच तो यही है कि आज के जमाने में "फिटनेस है नाइटलाइफ़ का नया क्रेज़!" और यही वजह है कि ये बिज़नेस इतना खास हो गया है।
सोचिए, पहले लोग क्लब जाते थे सिर्फ डांस करने या दोस्तों के साथ शराब पीने। लेकिन आजकल के युवा ज्यादा हेल्थ कॉन्शियस हो गए हैं। उन्हें अच्छा महसूस करना है, अपने शरीर को फिट रखना है, और साथ ही सोशल लाइफ़ भी एन्जॉय करनी है। यहीं पर नाइट क्लब स्टाइल फिटनेस क्लासेज का कॉन्सेप्ट आकर जमता है। इसमें क्लब जैसा एनर्जी भरा माहौल होता है - डिम लाइट्स, धमाकेदार म्यूज़िक (अक्सर डीजे के साथ), लेकिन बजाय ड्रिंक्स के, लोग पसीना बहा रहे होते हैं! ज़ुम्बा, हाई-इंटेंसिटी डांस वर्कआउट, ड्रम स्टिक एक्सरसाइज (जैसे पाउंड फिटनेस), या यहां तक कि एरोबिक्स को भी क्लब एनवायरनमेंट में पेश किया जा रहा है। ये एक्सपीरियंस सिर्फ एक्सरसाइज से कहीं ज्यादा हो जाता है - ये एक सोशल इवेंट बन जाता है जहां लोग मिलते हैं, एनर्जी शेयर करते हैं, और फिट भी होते हैं।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर ये बिज़नेस ऑपरच्युनिटी के लिए इतना बेहतरीन क्यों है? पहली बात तो ये है कि यहां कस्टमर बेस तैयार है। नाइट क्लब जाने वाला युवा वर्ग, जिसमें ज्यादातर कामकाजी लोग या कॉलेज स्टूडेंट होते हैं, वो ही इसके टार्गेट ऑडियंस हैं। इन लोगों में फिटनेस के प्रति बढ़ती जागरूकता है और वे कुछ अलग, एक्साइटिंग करना चाहते हैं।
दूसरा फायदा है कि आपको बिल्कुल जीरो से शुरुआत नहीं करनी पड़ती। कई ट्रेडिशनल जिम या फिटनेस सेंटर तो अपने स्पेस का इस्तेमाल शाम के बाद या रात के समय में ऐसी क्लासेज चलाकर अतिरिक्त कमाई कर रहे हैं। यानी बिना ज्यादा इन्वेस्टमेंट के ही नया रेवेन्यू स्ट्रीम बनाया जा सकता है।
तीसरा और बहुत बड़ा प्लस पॉइंट है प्रॉफ़िट मार्जिन। अगर आप सोचें कि एक नॉर्मल जिम में महीने की फीस क्या होती है और फिर देखें कि एक डांस फिटनेस क्लास या स्पेशलाइज्ड वर्कआउट सेशन के लिए लोग कितना पेमेंट करने को तैयार हैं, तो फर्क साफ दिखेगा। लोग एक्सपीरियंस के लिए, ग्रुप एनर्जी के लिए, और कुछ यूनिक करने के लिए अच्छा खासा पैसा खर्च करते हैं। इससे आपकी प्रति क्लास या प्रति सदस्य कमाई काफी अच्छी हो सकती है।
चौथा फायदा है कम्पटीशन में खुद को अलग दिखाना। आजकल हर गली में एक जिम खुल गया है। ऐसे में सिर्फ वेट उठाने और ट्रेडमिल पर दौड़ने का ऑफर देकर आप खास नहीं बन पाएंगे। लेकिन नाइट क्लब थीम वाला फिटनेस प्रोग्राम? ये आपको बाकियों से बिल्कुल अलग बनाता है और ब्रांडिंग में भी काफी मददगार साबित होता है। ये ट्रेंडी लगता है, सोशल मीडिया पर शेयर करने लायक लगता है - जिससे मुफ्त का प्रमोशन भी मिलता है।
इस बिज़नेस को सफल बनाने के लिए कुछ खास बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। सबसे पहले तो लोकेशन। सही जगह चुनना बहुत मायने रखता है। जहां आपका टार्गेट ऑडियंस आसानी से पहुंच सके, खासकर शाम या रात के वक्त। फिर दूसरी चीज है इंस्ट्रक्टर। ट्रेनर सिर्फ एक्सपर्ट ही नहीं, बल्कि एनर्जी से भरपूर होना चाहिए, जो क्राउड को पूरी क्लास के दौरान एंगेज और मोटिवेट कर सके। क्योंकि यहां माहौल बनाना सबसे ज्यादा जरूरी है। तीसरी अहम बात है साउंड और लाइटिंग। अगर क्लास में म्यूज़िक फीका है या लाइटिंग ढंग की नहीं है, तो पूरा कॉन्सेप्ट फेल हो जाता है। इसमें थोड़ा इन्वेस्ट करना पड़ता है, लेकिन ये रिटर्न जरूर देता है। चौथी बात है मार्केटिंग। आपको अपने प्रोग्राम को सही तरीके से प्रेजेंट करना होगा। सोशल मीडिया (खासकर इंस्टाग्राम और फेसबुक), लोकल इवेंट्स में प्रमोशन, और मौजूदा कस्टमर्स से रेफरल बहुत कारगर साबित होते हैं। अपनी क्लासेज का वीडियो कंटेंट बनाएं, क्योंकि उस एनर्जी को दिखाना जरूरी है।
क्या आपको लगता है कि ये सिर्फ एक फैड है? जरा नहीं! दुनिया भर में तो ये ट्रेंड काफी पॉपुलर है और अब भारत के बड़े शहरों में भी ये तेजी से पकड़ बना रहा है। देखा जाए तो ये दोनों दुनिया का बेस्ट कॉम्बिनेशन है - हेल्थ और एंटरटेनमेंट, यानी "एंटरटेनमेंट"! लोगों को वो एड्रेनालाईन रश चाहिए जो उन्हें क्लब में मिलता था, लेकिन अब वो एक हेल्दी तरीके से चाहिए। ये बिज़नेस सिर्फ फिटनेस नहीं बेचता, बल्कि एक यादगार अनुभव बेचता है, एक कम्युनिटी फील बेचता है।
तो अगर आप फिटनेस इंडस्ट्री में हैं या बिज़नेस शुरू करने के बारे में सोच रहे हैं, तो नाइट क्लब स्टाइल फिटनेस प्रोग्राम पर गंभीरता से विचार करें। ये कम समय में ज्यादा कस्टमर आकर्षित करने, बेहतर प्रॉफ़िट कमाने और बाजार में एक अलग पहचान बनाने का शानदार रास्ता है। बस जरूरत है सही प्लानिंग, बेहतरीन एग्जीक्यूशन और उस जरूरी जोश की, जो आपके कस्टमर्स को बार-बार आने के लिए मजबूर कर दे। ये सिर्फ वर्कआउट नहीं, ये तो पार्टी है - एक हेल्दी पार्टी! और इस पार्टी में बिज़नेस के मौके भी खूब हैं। तैयार हैं इस गोल्डन ऑपरच्युनिटी को ग्रैब करने के लिए?

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